हनुमान जी की पूजा कैसे करें | पूजा विधि, मंत्र और महत्व (Step-by-Step Guide)

हनुमान जी की पूजा कैसे करे – जानिए हनुमान जी की पूजा करने की सही विधि, समय, मंत्र और सावधानियाँ। मंगलवार और शनिवार की पूजा का महत्व और हनुमान जी की कृपा पाने के आसान उपाय।

हनुमान जी, जिन्हें पवनपुत्र, संकटमोचन और बजरंगबली के नाम से भी जाना जाता है, भक्तों के जीवन में साहस, शक्ति और भक्ति का प्रतीक हैं। हनुमान जी की सच्चे मन से की गई पूजा से सभी कष्ट दूर होते हैं और जीवन में नई ऊर्जा आती है।
कहा जाता है —

“जहाँ-जहाँ हनुमान जी की पूजा होती है, वहाँ से नकारात्मकता स्वयं ही दूर चली जाती है।”


🌞 हनुमान जी की पूजा का महत्व

हनुमान जी भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति को शक्ति, आत्मविश्वास और मनोबल प्राप्त होता है। शास्त्रों में कहा गया है कि जो व्यक्ति मंगलवार और शनिवार को बजरंगबली की आराधना करता है, उसके जीवन से भय, रोग और बाधाएँ दूर होती हैं।
हनुमान जी की पूजा से:

  • ग्रह दोषों का निवारण होता है।

  • शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।

  • आत्मबल और मन की स्थिरता बढ़ती है।

  • नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।


🕰️ हनुमान जी की पूजा का सही समय

हनुमान जी की पूजा करने का सबसे शुभ समय सुबह सूर्योदय से पहले या शाम सूर्यास्त के बाद होता है।
विशेष रूप से —

  • मंगलवार और शनिवार को पूजा करने से शीघ्र फल प्राप्त होता है।

  • हनुमान जयंती, चैत्र पूर्णिमा और दीपावली की अमावस्या के दिन पूजा का विशेष महत्व होता है।

क्यों दीपावली पर हनुमान जी की पूजा करना शुभ माना जाता है?


🪶 हनुमान जी की पूजा सामग्री सूची

हनुमान जी की पूजा में निम्न सामग्री का उपयोग करें:

  • लाल कपड़ा

  • सिंदूर (विशेष रूप से तेल वाला)

  • चमेली का तेल

  • लाल फूल या गुलाब

  • चांदी या तांबे का दिया

  • हनुमान चालीसा की पुस्तक

  • गुड़ और चने का प्रसाद

  • तुलसी पत्र (यदि संभव हो)


🙏 हनुमान जी की पूजा विधि (Step-by-Step)

1️⃣ सबसे पहले स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
2️⃣ पूजा स्थान को शुद्ध करें और हनुमान जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
3️⃣ दीपक जलाएं और अगरबत्ती लगाएं।
4️⃣ “ॐ हनुमते नमः” का 11 बार जाप करें।
5️⃣ चमेली के तेल और सिंदूर से हनुमान जी का श्रृंगार करें।
6️⃣ लाल फूल अर्पित करें और गुड़-चना का भोग लगाएं।
7️⃣ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
8️⃣ आरती करें और अंत में प्रार्थना करें कि “हे बजरंगबली, मेरे जीवन से सभी भय और दुख दूर करें।”


📿 हनुमान जी के प्रमुख मंत्र

  • “ॐ हनुमते नमः”

  • “जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुँ लोक उजागर।”

  • “ॐ ऐं भ्रीम हनुमते श्री राम दूताय नमः।”

इन मंत्रों का प्रतिदिन 11 या 21 बार जाप करना शुभ फल देता है।

Hariharan Shree Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics


🔥 मंगलवार और शनिवार को पूजा का महत्व

हनुमान जी की कृपा विशेष रूप से मंगलवार और शनिवार को प्राप्त होती है क्योंकि इन दिनों उनका संबंध शनि देव से माना गया है। कहते हैं कि जब शनि देव को रावण ने बंदी बना लिया था, तब हनुमान जी ने उन्हें मुक्त कराया था। इसलिए जो भक्त शनिवारी या मंगलवारी हनुमान जी की पूजा करता है, उसके ऊपर शनि की दृष्टि शुभ बन जाती है।


⚠️ हनुमान जी की पूजा में क्या न करें

  • हनुमान जी को तुलसी पत्र या सिंदूर रहित तेल न चढ़ाएं।

  • पूजा करते समय मांस, मद्य या नकारात्मक विचार से दूर रहें।

  • गुरुवार को सिंदूर या तेल का चढ़ावा न चढ़ाएं।

  • पूजा के बाद हमेशा हाथ जोड़कर आभार प्रकट करें।


🌺 हनुमान जी की पूजा से मिलने वाले लाभ

  • भय, संकट और नकारात्मकता से मुक्ति

  • आत्मविश्वास और मानसिक शांति में वृद्धि

  • शत्रुओं पर विजय

  • परिवार में सुख-समृद्धि का वास

  • जीवन में सफलता और उन्नति


🌻 भक्ति से जुड़ा प्रेरणादायक संदेश

हनुमान जी केवल शक्ति के देव नहीं, बल्कि भक्ति और समर्पण के प्रतीक हैं। जब हम सच्चे मन से उनका स्मरण करते हैं, तो वे अपने भक्तों की रक्षा करते हैं।

“संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।”
इसलिए अपने दिन की शुरुआत हनुमान चालीसा या उनके मंत्र से करें — जीवन में शांति और सफलता दोनों प्राप्त होंगी।


हनुमान जी की पूजा से जुड़े 10 सामान्य प्रश्न (FAQs)

1️⃣ हनुमान जी की पूजा कौन से दिन करनी चाहिए?
👉 मंगलवार और शनिवार को करना सबसे शुभ माना गया है।

2️⃣ हनुमान जी को क्या प्रसाद चढ़ाना चाहिए?
👉 गुड़ और चने का प्रसाद अत्यंत प्रिय है।

3️⃣ हनुमान जी की पूजा कब करनी चाहिए — सुबह या शाम?
👉 सूर्योदय से पहले या सूर्यास्त के बाद दोनों समय शुभ है।

4️⃣ हनुमान जी को सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है?
👉 यह भक्ति और शक्ति का प्रतीक है — सीता माता के लिए उन्होंने स्वयं सिंदूर लगाया था।

5️⃣ हनुमान चालीसा कितनी बार पढ़नी चाहिए?
👉 प्रतिदिन 1 बार, और विशेष दिनों पर 7 या 11 बार।

6️⃣ क्या महिलाएँ हनुमान जी की पूजा कर सकती हैं?
👉 हाँ, श्रद्धा और शुद्धता के साथ हर कोई पूजा कर सकता है।

7️⃣ हनुमान जी की मूर्ति कैसे रखें?
👉 दक्षिण मुखी या पूर्व दिशा में रखनी चाहिए।

8️⃣ हनुमान जी के पसंदीदा रंग कौन से हैं?
👉 लाल और केसरिया रंग हनुमान जी को अत्यंत प्रिय हैं।

9️⃣ हनुमान जी की पूजा में क्या नहीं करना चाहिए?
👉 क्रोध, असत्य और नकारात्मक विचारों से बचें।

10️⃣ हनुमान जी की कृपा कैसे प्राप्त करें?
👉 सच्चे मन से, बिना किसी स्वार्थ के भक्ति करें — वही सबसे बड़ा उपाय है।


🙏 निष्कर्ष

हनुमान जी की पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और आस्था का प्रतीक है। अगर आप नियमपूर्वक मंगलवार या शनिवार को पूजा करते हैं, तो आपके जीवन से नकारात्मकता स्वतः दूर होती जाएगी।

हनुमान जी सदैव अपने भक्तों की रक्षा करते हैं — बस सच्चे मन से नाम लें, “जय बजरंगबली!”

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